जिंदगी के हर लामहे को जीलो जी भर के
क्या पाट कल को हो क्या जान ……
हम हैं आम याह पार
कल हो ना हो किसान जान ……।
तेरा मिलना आज खुसी है
कल दुखर बान जय की जान जान ……
तेरा जान हुमारी बदन्सीबी है
केसी और कि खुशनसीबई हो किसे जान ……
हर चीरे को देखो जी भर्के
कल मील ना माइल किसे जान ……
करो हर ऋषि कि कदर
कल हो ना हो किसान जान ……
प्यार बरन्ट साको तो बाँटलो
कल तुम हो ना हो किसान जान …